बेगूसराय में दिनदहाड़े 3 युवकों को गोली मारी, एक की मौत

7 राउंड फायरिंग, 20 फीट तक खून बिखरा; मौके पर 4 थानों की पुलिस पहुंची



बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले में सोमवार की सुबह लोहिया नगर थाना क्षेत्र के बाघा रेलवे गुमटी के पास बदमाशों ने दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग की। इस हमले में 3 युवकों को गोली लगी, जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं।

मृतक की पहचान अमित कुमार (25) के रूप में हुई

अमित कुमार बाघा रेलवे गुमटी के पास छोटे वाहनों से बैरियर टैक्स वसूलता था। सोमवार सुबह लगभग 11:30 बजे वह अपने स्टाफ प्रिंस कुमार के साथ बैरियर पर बैठा हुआ था। इसी दौरान 2 बाइक पर सवार 4 बदमाश आए और दोनों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।

गोली लगने से अमित कुमार, प्रिंस कुमार और शुभम नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों को इलाज के लिए तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अमित को मृत घोषित कर दिया।

20 फीट तक खून बिखरा, क्षेत्र में मचा हड़कंप

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटनास्थल पर करीब 7 से 8 राउंड फायरिंग हुई। सड़क पर लगभग 20 फीट तक खून के छींटे बिखरे हुए थे। घटना की सूचना मिलते ही लोहिया नगर सहित चार थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। बेगूसराय एसपी मनीष कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की।

अस्पताल में परिजनों और पुलिस के बीच बहस

सदर अस्पताल में पुलिस और मृतक के परिजनों के बीच पोस्टमॉर्टम को लेकर विवाद हो गया। परिजन शव को सड़क पर रखकर विरोध जताना चाहते थे, जबकि पुलिस पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई कराना चाह रही थी। बाद में सदर-वन डीएसपी सुबोध कुमार और साइबर डीएसपी इमरान अहमद ने परिजनों को समझाकर स्थिति को संभाला।

भाई का आरोप – प्लानिंग के तहत की गई हत्या

मृतक के भाई अमर कुमार ने बताया कि यह हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई है। उन्होंने बताया,

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"भैया हमेशा बैरियर पर नहीं रहते थे, लेकिन आज किसी ने उन्हें जानबूझकर बुलाया और कुछ ही देर में अपराधी पहुंचकर गोली चलाने लगे।"

उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या आलोक, राहुल, प्रेमी, मनीष, विष्णु और चिंटू ने मिलकर की। मृतक अमित के पिता की भी 2017 में हत्या हो चुकी है।

जमीन विवाद और आपसी रंजिश से जुड़ा है मामला

सदर-वन डीएसपी सुबोध कुमार के अनुसार,

 "अमित कुमार नगर निगम के अंतर्गत बैरियर टैक्स वसूली करता था। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि पाटीदार दीपू महतो और अमित के पिता सुनील महतो के बीच लंबे समय से वर्चस्व की लड़ाई चली आ रही थी। 2011 में दीपू महतो की हत्या हुई थी और इसमें सुनील महतो सहित अन्य जेल गए थे। बाद में 2017 में सुनील महतो की भी हत्या कर दी गई थी।"

कुछ हफ्ते पहले दीपू महतो की पत्नी रीता देवी ने अमित कुमार पर रंगदारी मांगने का केस दर्ज कराया था। अमित हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आया था।


पुलिस कर रही है जांच, इलाके में तनाव

फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटा लिए हैं। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पूरे इलाके में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। घायलों का इलाज जारी है और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।