मुख्यमंत्री ने किया रोजगार मिशन का ऐलान, जदयू प्रखंड अध्यक्ष मनीष कुमार बोले – युवाओं को मिलेगा नया भविष्य
खोदावंदपुर/पटना।
बिहार के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक बड़ी घोषणा करते हुए राज्य के युवाओं के लिए नई योजनाओं की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह प्राथमिकता रही है कि अधिक से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार मिले।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2005 से 2020 के बीच 8 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई थी। इसके बाद "सात निश्चय-2" कार्यक्रम के तहत 12 लाख सरकारी नौकरी और 38 लाख रोजगार, यानी कुल 50 लाख नौकरी/रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया। अब तक 10 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी और लगभग 39 लाख लोगों को रोजगार दिया जा चुका है।
मनीष कुमार ने मुख्यमंत्री के फैसले को बताया ऐतिहासिक
खोदावंदपुर जदयू प्रखंड अध्यक्ष मनीष कुमार ने मुख्यमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह फैसला बिहार के युवाओं के भविष्य को नई दिशा देगा। उन्होंने मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता और सुशासन की नीति की सराहना की।
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा निर्धारित 50 लाख रोजगार के लक्ष्य को समय से पहले पूरा किया जाना, यह दर्शाता है कि सरकार की नीतियां जमीन पर काम कर रही हैं। अब जब अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ रोजगार का लक्ष्य रखा गया है, तो हमें पूरी उम्मीद है कि बिहार आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से अग्रसर होगा।"
कौशल विकास और विश्वविद्यालय की स्थापना
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार युवाओं को स्वरोजगार और तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों का विस्तार कर रही है। साथ ही एक नया कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा जिसका नाम होगा – जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय।
प्रखंड अध्यक्ष मनीष कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
"यह विश्वविद्यालय सिर्फ एक संस्थान नहीं होगा, बल्कि यह हजारों युवाओं की आशाओं का केंद्र बनेगा। खोदावंदपुर प्रखंड के युवाओं को भी इससे बड़ा लाभ मिलेगा।"