भरकाहा चौक के समीप शिव मंदिर में दुल्हे पर प्रार्थना के दौरान अज्ञात अपराधियों ने चलाई गोली



चेरिया बरियारपुर (बेगूसराय) : क्षेत्र में अपराधियों का तांडव जारी ह। जिसका जीता जागता उदाहरण सोमवार की देर रात उस वक्त देखने को मिली, जब श्रीपुर पंचायत स्थित भरकाहा चौक के समीप शिव मंदिर में दुल्हे पर प्रार्थना के दौरान अज्ञात अपराधियों ने गोली चला दी। 

जिससे कुछ देर के लिए वहां पर अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार दुल्हा जब प्रार्थना के उपरांत आशीर्वाद लेने एवं प्रणाम करने के लिए झुका, तभी गोली उसके कान के बगल में लगते हुए छिटक गई। जबकि दुल्हा ज़ख्मी और लहुलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। जिससे अफरातफरी का माहौल कायम होना लाजिमी था। इस दौरान लोगों ने सुझबुझ का परिचय देते हुए तुरंत ज़ख्मी दुल्हा को उठाकर इलाज निजी क्लिनिक के द्वारा कराया गया। 

जहां इलाज के उपरांत वापस लाकर शादी कराई गई। तथा सुबह सवेरे बारात के साथ लड़की को भी विदा कर दिया गया। परंतु इस घटना की भनक पुलिस को कानों कान तक नहीं लग पाई। जबकि उक्त घटना करीब रात के लगभग दो बजे के आसपास की बताई जा रही है। हालांकि उक्त घटना के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। आखिर गोली किसने और क्यों चलाई। इस रहस्य से पर्दा उठना अभी बाकी है। जबकि उक्त घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

बेला गांव से आई थी बारात -

सोमवार की देर रात खगडिया जिले के बेला गांव से श्रीपुर पंचायत बारात आई थी। स्थानीय लोगों की मानें तो श्रीपुर पंचायत निवासी टुनटुन पासवान की पुत्री सुनीता कुमारी की बारात आई थी। जहां अज्ञात अपराधियों ने दुल्हा दिलखुश कुमार को गोली मारकर ज़ख्मी कर दिया है। घटना के दौरान सबसे अहम बात यह रही कि गोली लगने के बाद भी दुल्हे के साथ आए बाराती भी संयमित रहे। तथा सब लोगों के सहयोग से उक्त शादी समारोह सम्पन्न करा लिया गया। हालांकि मंगलवार की सुबह घटना के बाबत जानकारी मांगने पर स्थानीय लोग कुछ भी बोलने से बचते दिखे। लोगों के अनुसार घटना के बाद भी सबकुछ ठीकठाक रहा है। इसलिए परिजन उक्त मामले को तूल देने से कतरा रहे हैं। फलत: अबतक उक्त घटनाक्रम की सूचना थाना पुलिस को नहीं मिल पाई है।

बिर्नी के रूप में साक्षात ईश्वर ने बचाई दुल्हे की जान - बारात में शामिल स्थानीय लोगों की मानें तो दुल्हा प्रार्थना के उपरांत प्रणाम करने एवं आशीर्वाद लेने के लिए झुका। तभी वहां पर उड़ते हुए एक बिर्नी आ गई। जिससे बचने के लिए दुल्हा ने गर्दन को छिप लिया। तभी पीछे से गोली चली। लोगों का कहना है कि अगर बिर्नी नहीं आती और दुल्हा गर्दन नहीं छिपता तो गोली उसके सिर में धंस जाती। लेकिन उक्त घटनाक्रम के दौरान जाके राम रखि रखा, मार नहीं सके कोय वाली उक्ति चरितार्थ होते दिखी। घटनाक्रम में दुल्हा बाल बाल बच गया। और शादी के उपरांत दुल्हन को लेकर नई जिंदगी की राह पर निकल पड़ा। लेकिन उक्त घटनाक्रम लोगों में पच नहीं पा रही है। लोगों में इस बात की चर्चा है. कि गोली किसने और क्यों चलाई। आखिर इस घटनाक्रम के पीछे उद्देश्य क्या था ? शायद इस प्रश्न का उत्तर अपराधी के अलावे किसी के पास नहीं है।

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष -

इस संबंध में जब थानाध्यक्ष अमर कुमार से बातचीत कर जानकारी मांगी गई तो उन्होंने इस तरह की कोई घटना क्षेत्र में होने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया इस घटनाक्रम की कोई लिखित या मौखिक जानकारी नहीं मिली है। अगर घटना की शिकायत मिलती है तो विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।