ट्रेन से कटकर 23 वर्षीय युवक की मौत, सट्टेबाजी में बड़ी रकम हारने की चर्चा, आत्महत्या की आशंका
मुख्य बिंदु संक्षेप में:
- मृतक युवक की पहचान 23 वर्षीय सचिन कुमार के रूप में हुई।
- सट्टेबाजी में करीब डेढ़ लाख रुपये हारने की आशंका।
- घटना स्थल पर मिला आधार कार्ड बना पहचान का जरिया।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा।
- परिवार स्तब्ध, आत्महत्या की वजह अब तक स्पष्ट नहीं।
बरौनी-बछवाड़ा रेलवे ट्रैक पर बुधवार की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब रघुनंदनपुर रेल गुमटी के पास एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक ने खुद चलती ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। हादसा इतना भीषण था कि युवक का सिर धड़ से अलग हो गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही तेयाय ओपी प्रभारी नूतन कुमारी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। शव की पहचान सचिन कुमार (उम्र 23 वर्ष), पिता अनिल कुमार सिंह, निवासी खम्हार, थाना मुफस्सिल, जिला बेगूसराय के रूप में की गई है।
जेब से मिला आधार कार्ड, परिजनों को दी गई सूचना
शव के पास से बरामद आधार कार्ड के जरिए पुलिस ने उसकी पहचान की और परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने सदर अस्पताल पहुंचकर शव की शिनाख्त की। मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि सचिन मंगलवार की शाम घर से करीब डेढ़ लाख रुपये लेकर निकला था, लेकिन पूरी रात वापस नहीं लौटा। चूंकि उसे देर रात बाहर रहने की आदत थी, इसलिए परिजन ने शुरू में उसकी तलाश नहीं की। लेकिन जब बुधवार सुबह तक भी उसका कुछ पता नहीं चला, तो चिंता बढ़ी और खोजबीन शुरू की गई।
"लाश 30 किलोमीटर दूर मिली, समझ नहीं आ रहा क्यों गया था वहां" – परिजन
दोपहर के वक्त किसी व्यक्ति ने सूचना दी कि तेघड़ा रेलवे स्टेशन से आगे रघुनंदनपुर रेल गुमटी के पास एक युवक की सिरकटी लाश मिली है। जब परिजन वहां पहुंचे तो उन्होंने पुष्टि की कि मृतक सचिन ही है।
परिजनों का कहना है, “अगर उसे जान ही देनी थी, तो वह 30 किलोमीटर दूर जाकर क्यों कूदा? कोई वजह तो जरूर रही होगी।”
गांव में सट्टेबाजी की चर्चा, हाल के दिनों में तनाव में था युवक
गांव के कुछ लोगों ने बताया कि सचिन सट्टेबाजी में शामिल था और हाल ही में उसने भारी रकम गंवाई थी। इसी वजह से वह बीते कुछ दिनों से मानसिक रूप से तनाव में था। हालांकि परिजन इस विषय पर स्पष्ट रूप से कुछ कहने से बच रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया कि सचिन का व्यवहार पिछले दिनों असामान्य हो गया था।
पुलिस कर रही सभी पहलुओं से जांच
तेयाय ओपी प्रभारी नूतन कुमारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या प्रतीत होता है, लेकिन सभी कोणों से जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि परिजनों से लिखित आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सम्पादकीय टिप्पणी:
यह घटना केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के उस दबे हुए मानसिक तनाव की परतें भी खोलती है जो जुए, सट्टेबाजी और आर्थिक दबाव के कारण युवाओं को निगल रही है। इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए कि क्या सच में यह आत्महत्या थी या कोई और कारण इसके पीछे था। साथ ही, युवाओं को ऐसी गतिविधियों से दूर रखने के लिए मानसिक परामर्श और परिवार का संवाद बेहद जरूरी है।