आयुष्मान कार्ड बनाने में टॉप वन पर आने वाली खोदावंदपुर आखिर टॉप फाइव से भी नीचे क्यो, देखिए क्या है कारण

🔴 स्वास्थ्य विभाग के लचर व्यवस्था एवं अधिकारियों के लचर व्यवस्था के कारण आयुष्मान कार्ड में खोदावंदपुर टॉप 5 से बाहर




खोदावंदपुर/बेगूसराय : शनिवार को खोदावंदपुर प्रखण्ड के 23 चयनित जगहों पर निः शुल्क आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मिली जानकारी के अनुसार कुल मिलाकर पूरे प्रखण्ड में 873 कार्ड कार्ड निः शुल्क बनाया गया। वही सीएससी संचालको ने बताया कि यदि 23 जगहों पर शिविर लगाया गया और इसमें यदि पूरी टीम लगन से कार्य करती तो कम से कम 2300 कार्ड का निर्माण हो सकता था। परंतु अधिकारियों के उदासीन रवैया के कारण खोदावंदपुर प्रखण्ड 1 से लेकर 5 तक मे शामिल नही हो सकी। वही उन्होंने बताया कि पूर्व के समय मे बेगूसराय जिला में  आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर खोदावंदपुर प्रखण्ड का मिशाल दिया करते थे। 



वही जानकारी देते हुए स्वास्थ्य उपकेंद्र बाड़ा में कार्यरत सीएससी ऑपरेटर पांडव कुमार ने बताया कि सीएससी से हमे 8 बजे सुबह कार्यस्थल पर भेजा गया परंतु एच एस सी 10 बजे के बाद खुली वही उक्त स्थल पर एएनएम की मदद से लगभग 102 कार्ड बनाया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि उक्त सेंटर पर मोबिलाइजेशन हेतु आशाकर्मी रिंकू कुमारी को कार्यभार सौंपा गया था। परंतु एक बार भी सेंटर पर आना मुनासिब नही समझी। इसकी जानकारी स्वास्थ्य प्रबंधक मनीष कुमार को ग्रुप एवं फोन के माध्यम से दी गयी इसके बाबजूद भी सेंटर पर एक बार भी देखी नही गयी।


अब देखने की बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग इसपर क्या कार्यवाही करती है या लीपापोती। वही दूसरी ओर आंगनबाड़ी सेविका अनिता कुमारी, कुमारी रूबी, एएनएम मालती कुमारी ने खुद कमान सभली और खुद क्षेत्र में जाकर लोगो को जानकारी दी जिसके कारण लगभग 102 कार्ड बनाया गया। वही सीएससी संचालको ने बताया कि यदि संचालक के द्वारा बताया गया कि यदि मोबिलाइजर टीम सही से कार्य नही करती है तो कार्ड निर्माण का कार्य कच्छप गति से चलती है। 

जिसके कारण प्रखण्ड निचले स्तर पर तो जाती ही है साथ ही सीएचसी संचालको को न्यूनतम आमद भी नही हो पाती है। वही दूसरी ओर खोदावंदपुर प्रखण्ड के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 54 पर भी 80 कार्ड ही बनाया जा सका। इसकी जानकारी देते हुए सीएचसी संचालक ऋषभ कुमार ने बताया कि हमारे सेंटर पर पीआरएस ललन कुमार राय, आशा रेणु कुमारी मौजूद रही परंतु आवास सहायक राजीव कुमार अनुपस्थित रहे। 



बिदुलिया वार्ड एक मे शिविर का संचालन कर रहे सीएचसी संचालक गणेश कुमार के  बताया गया कि केम्प में आशा सोनी कुमारी मौजूद रही परंतु रामा देवी व आवास सहायक धर्मदेव ठाकुर यह दोनों अनुपस्थित रहे। बताते चले कि  यदि सीएससी कर्मी के द्वारा कार्य नही करने की बात की जाए तो अधिकारियों के द्वारा कर्मी पर दबाब व कार्यवाही करने की भी बात कही जाती है। लेकिन जो कर्मी किसी अन्य विभाग से है यदि वो अपनी कार्य को निष्ठा पूर्वक नही करते है तो उनपर कार्यवाही क्यो नही की जाती है।


क्या कारण है खोदावंदपुर प्रखण्ड हुआ टॉप फाइव से नीचे:-

सीएससी वीएलई की माने तो व्यापक रूप से प्रचार प्रसार न होना, अधिकारियों को सूचना देने के बाबजूद भी करवाई न करना, कई सेंटर पर बैठने की व्यवस्था न होना, संचालको को बिजली एवं पानी तक का इंतजाम न होना मुख्य कारण माना जा सकता है।


सच्ची खबर 365 की टीम के द्वारा की गई पड़ताल में देखा गया कि प्रखण्ड क्षेत्र में कार्य कर रहे सीएससी वीएलई के लिए अधिकांश जगहों पर मूलभूत सुविधा जैसे बिजली की व्यवस्था , बैठने की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था नदारत दिखी। साथ ही पड़ताल के दौरान कई जगहों से अधिकांश कर्मी गायब पाए गए ।