बूढ़ीगंडक नदी में नहाने के दौरान चार किशोरों की दर्दनाक मौत, दो जुड़वा भाई भी शामिल, गांव में पसरा मातम

 


खोदावंदपुर (बेगूसराय), बुधवार। बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड अंतर्गत सागी पंचायत के नुरुल्लाहपुर गांव में बुधवार की दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना घट गई, जब बूढ़ीगंडक नदी में नहाने गए आठ किशोरों में से चार की डूबने से मौत हो गई। मृतकों में दो सगे जुड़वा भाई भी शामिल हैं। यह दर्दनाक हादसा गांव के पास स्थित सहनी घाट पर हुआ। घटना की खबर से पूरे गांव में कोहराम मच गया है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।


घटना का पूरा विवरण

बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर नुरुल्लाहपुर गांव के आठ किशोर भीषण गर्मी से राहत पाने के उद्देश्य से नहाने के लिए बूढ़ीगंडक नदी के सहनी घाट पर पहुंचे थे। सभी लड़के एकसाथ नदी में उतरे। तैराकी की समुचित जानकारी नहीं होने और पानी की गहराई का अंदाजा न लगने की वजह से चार किशोर गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। शेष लड़कों ने शोर मचाकर ग्रामीणों को बुलाया।


घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे। स्थानीय गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से चारों किशोरों के शवों को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और सभी की मौत हो चुकी थी।


मृतकों की पहचान

घटना में जिन चार किशोरों की मौत हुई, उनकी पहचान इस प्रकार की गई है:

1. रौशन कुमार (उम्र 12 वर्ष), पिता – कल्लर दास

2. नीतीश कुमार (उम्र 15 वर्ष), पिता – राम शोभित दास

3. अविनाश कुमार (उम्र 18 वर्ष), पिता – चाँदसी दास

4. अभिषेक कुमार (उम्र 18 वर्ष), पिता – चाँदसी दास


इनमें अविनाश कुमार और अभिषेक कुमार जुड़वा भाई थे, जो अपने माता-पिता की एकमात्र संतान थे। इनकी एक साथ मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।


प्रशासनिक कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही खोदावंदपुर थाना अध्यक्ष मिथिलेश कुमार एवं एएसआई विवेककांत शेखर दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने सभी शवों को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेजा गया।

पुलिस पदाधिकारियों ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों से घटना की पूरी जानकारी ली। प्रशासन की ओर से मृतक परिवारों को यथासंभव सरकारी सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया गया है।


गांव में मातम और चीत्कार

चार किशोरों की असमय मृत्यु ने न केवल नुरुल्लाहपुर गांव को बल्कि पूरे क्षेत्र को शोकाकुल कर दिया है। घटना के बाद से ही गांव में मातम का माहौल है। मृतकों के घरों में लगातार चीत्कार गूंज रही है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने पीड़ित परिवारों से मिलकर सांत्वना दी और सरकार से मुआवजे की मांग की ।

घटना की जानकारी मिलते ही जन सुराज पार्टी के राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य टिंकू राय मौके पर पहुंचे और शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढाढ़स बंधाया।

उन्होंने परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया और प्रशासन से भी त्वरित कार्रवाई तथा सहायता की मांग की ।


सिटीवी बिहार भी प्रशासन से घाट पर सुरक्षा बोर्ड लगाने की मांग करती है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

वही, ग्रामीणों का कहना है कि यह घाट पहले भी कई हादसों का गवाह बन चुका है, लेकिन आज तक कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं।

जनप्रतिनिधियों ने भी प्रशासन से तत्काल आवश्यक कदम उठाने की अपील की है।