प्रखंड सह अंचल कार्यालय की साफ-सफाई की जिम्मेदारी अब जीविका दीदियों के कंधे पर



खोदावंदपुर (बेगूसराय)। राज्य सरकार के निर्देशानुसार बिहार के सभी प्रखंड सह अंचल कार्यालयों एवं उनके परिसरों की साफ-सफाई का जिम्मा अब जीविका दीदियों को सौंपा गया है। इसी क्रम में खोदावंदपुर प्रखंड में भी इस योजना की शुरुआत "एक कदम स्वच्छता की ओर" कार्यक्रम के तहत हो चुकी है।

यह कार्य नारी शक्ति सीएफएल (CLF) खोदावंदपुर की देखरेख में संचालित किया जा रहा है। शुक्रवार से प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर की नियमित साफ-सफाई का कार्य प्रीति कुमारी, सुनीता देवी, विनीता कुमारी एवं नीलम देवी जैसी जीविका समूह की सक्रिय दीदियों द्वारा शुरू किया गया।

इस योजना के तहत प्रतिदिन कार्यालय परिसर की झाड़ू, पोछा, कचरा निपटान, बाथरूम की सफाई और आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए पांच जीविका दीदियों की एक टीम गठित की गई है, जिनमें से एक दीदी सुपरवाइजर की भूमिका निभाएंगी। स्थानीय स्तर पर संकुल स्तरीय संघ और बीडीओ कार्यालय के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर भी किए गए हैं। यह समझौता फिलहाल तीन वर्षों के लिए किया गया है।

साफ-सफाई की निगरानी प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) एवं जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक (BPM) द्वारा की जाएगी। साथ ही, समय-समय पर इन दीदियों को कार्य में मार्गदर्शन और सहयोग भी दिया जाएगा।

स्वच्छ वातावरण से कार्य संस्कृति में सुधार

प्रखंड सह अंचल कार्यालय जैसे प्रशासनिक केंद्रों में आम जनता की नियमित आवाजाही होती है। ऐसे में परिसर की स्वच्छता अत्यंत आवश्यक हो जाती है। पहले सफाई व्यवस्था नियमित नहीं होने से परिसर में गंदगी, दुर्गंध और बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती थी। अब जीविका दीदियों के जिम्मे सफाई आने से स्थिति में बदलाव आने की उम्मीद है।

नारी सशक्तिकरण और आजीविका का नया माध्यम

इस पहल से एक ओर जहां सरकारी परिसरों की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ होगी, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण महिलाओं को रोजगार एवं सम्मानजनक आजीविका का अवसर भी मिलेगा। जीविका दीदियां अब केवल समूह संचालन या रसोई प्रबंधन तक सीमित नहीं, बल्कि वे प्रशासनिक स्वच्छता व्यवस्था में भी एक अहम भूमिका निभा रही हैं।

स्थानीय लोगों में दिखा उत्साह

इस पहल की शुरुआत से स्थानीय लोगों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। आम नागरिकों को अब एक साफ-सुथरा परिसर मिलने लगा है, जिससे सरकारी कार्यालयों में कार्य करना और आना-जाना अधिक सहज एवं स्वास्थ्यकर हो गया है।