बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में एसएच-55 यानी बेगूसराय-रोसड़ा मुख्य पथ के किनारे अतिक्रमण को लेकर प्रशासन द्वारा जारी दो दिन के अल्टीमेटम का पहला दिन पूरी तरह से बेअसर रहा।
आपको बता दें कि सोमवार को बीडीओ, अंचलाधिकारी और बीपीआरओ की संयुक्त टीम ने मेंघौल धर्मगाछी से सागी चौक तक सड़क किनारे अतिक्रमण को हटाने का निर्देश देते हुए दो दिन का समय दिया था।
लेकिन मंगलवार को क्षेत्र में किसी प्रकार की पहल नहीं दिखी। न तो लोगों ने स्वयं से अतिक्रमण हटाया और न ही प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई की गई।
जानकारी के मुताबिक, इस पूरे मार्ग में हर चौक पर नाले के ऊपर पक्के और कच्चे मकान, दुकानें और अन्य निर्माण कार्य किए गए हैं, जो साफ तौर पर अतिक्रमण की श्रेणी में आते हैं।
अब सबकी निगाहें बुधवार पर टिकी हैं — क्या लोग खुद से जगह खाली करेंगे या गुरुवार को प्रशासन सख्ती से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा?
अतिक्रमण का असर सिर्फ सरकारी जमीन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इससे आम लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क के किनारे बने अवैध निर्माणों की वजह से पैदल चलने वालों को रास्ता नहीं मिल पाता, वहीं वाहनों को भी जाम और अवरोध का सामना करना पड़ता है।
अक्सर यह अतिक्रमण सड़क दुर्घटनाओं की भी बड़ी वजह बनते हैं, खासकर संकरे मोड़ों और चौक-चौराहों पर जहां दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहनों को रास्ता मिलना मुश्किल हो जाता है।
स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन सख्ती से अतिक्रमण हटाए ताकि आमजन को राहत मिल सके और दुर्घटनाओं में भी कमी आए।