बेगूसराय (बिहार): बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल 'नल-जल योजना', जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है, एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने इस योजना की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वीडियो में दावा किया गया है कि बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड अंतर्गत बरियारपुर पश्चिम पंचायत के वार्ड संख्या 12 में नल से पानी के साथ जीवित जोंक निकलती दिखाई दी। यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया है और लोगों में चिंता का विषय बन गया है।
स्थानीय निवासियों ने भी इस घटना की पुष्टि की है और बताया कि यह समस्या पिछले कुछ समय से बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस योजना का उद्देश्य स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना था, वह अब स्वास्थ्य के लिए खतरा बनती जा रही है। कई घरों में नल से गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है, जिससे लोग पीने से कतरा रहे हैं।
ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर प्रशासन से तत्काल जांच कराने की मांग की है। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को सेवा से मुक्त करने की भी अपील की है।
यह घटना सिर्फ एक पंचायत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे सिस्टम की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह योजना जनता की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाएगी।